झांसी न्यूज डेस्क: झांसी में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को बेहाल कर दिया है। नदियां-नाले उफान पर हैं और कई बांधों से लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे हालात और बिगड़ गए। शनिवार देर रात पारीछा, लहचूरा और पथराई बांधों से पानी छोड़ने के बाद नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया।
बारिश के कारण कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। सुट्टा गांव की वृद्धा पुख्खन देवी और उनका बेटा बगिया में फंस गए, जिन्हें 7 घंटे की मशक्कत और गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू किया गया। इसी तरह चुरारा के चार युवक कार में फंस गए, जिन्हें ग्रामीणों ने रस्सियों से खींचकर सुरक्षित निकाला।
प्रशासन ने नदियों और बांधों के किनारे लोगों के जाने पर रोक लगाने की सलाह दी है। डीएम मृदुल चौधरी ने बताया कि गांवों को अलर्ट पर रखा गया है, और कंट्रोल रूम 24 घंटे एक्टिव है। ग्राम प्रधानों और निगरानी समितियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
इस बारिश ने दिखा दिया है कि प्राकृतिक आपदाओं के समय प्रशासन और ग्रामीणों की सतर्कता कितनी जरूरी है। झांसी के लोग अभी भी बारिश और बाढ़ के खतरे से जूझ रहे हैं।